चुनावी पार्टियों की ओर से हर चुनाव में इस सड़क को बनवाने का आश्वासन दिया जाता है, लेकिन चुनाव जीतने के बाद वे अपनी बिलों में घुस जाते हैं।
यह सड़क हज़ारों की आबादी के लिए नियमित रूप से आवागमन का जरिया है और संत कबीर नगर, गोरखपुर, आजमगढ़ और अंबेडकरनगर के बड़े हिस्से को जोड़ती है। बरसात शुरू होते ही सड़क पर भारी वाहन फंसने और दुर्घटनाग्रस्त होने लगते हैं।
रोज होने वाली छोटी-मोटी दुर्घटनाओं की तो कोई गिनती ही नहीं है। धूल की वजह से आसपास रहने वाले तमाम लोग नियमित तौर पर बीमार रहते हैं लेकिन प्रशासन लोगों की कोई सुध नहीं ले रहा है।
नौजवान भारत सभा के कार्यकर्ता पिछले कई दिनों से आसपास के इलाके में इस मुद्दे पर अभियान संगठित कर रहे थे। नौजवान भारत सभा के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर ज़ल्द से ज़ल्द इस सड़क के निर्माण का काम शुरू नहीं किया गया तो लोगों को संगठित करके बड़े आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।
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