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Dilraj Singh Rawat : छू लिया आसमान, पर पैर जमीन पर: इंडियन हैकर उर्फ दिलराज सिंह रावत

राजस्थान के अजमेर जिले के एक छोटे से गांव बड़लिया में, जहां सुनसान खेत,सन्नाटे वाली बस्तियां, हरी घास खोजते पशु और इक्का दुक्का आदमी दिखाई देते हैं, वहां एक ऐसी जगह है जो देखने में खेत जैसी लगती है, लेकिन असल में यह एक यूट्यूब स्टूडियो है। यह कोई साधारण स्टूडियो नहीं, बल्कि भारत के सबसे लोकप्रिय यूट्यूबर्स में से एक, इंडियन हैकर उर्फ दिलराज सिंह रावत का ओपन यूट्यूब स्टूडियो है। 26 साल के दिलराज ने अपनी मेहनत, जुनून और अनोखे अंदाज से न केवल यूट्यूब की दुनिया में तहलका मचा दिया, बल्कि अपने गांव और आसपास के लोगों के लिए भी एक प्रेरणा बन गए। उनके पांच यूट्यूब चैनलों पर कुल 6.5 करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं, जो भारत ही नहीं दुनिया के किसी भी यूट्यूबर के लिए सपना हो सकता है।दिलराज की कहानी हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो सपनों को हकीकत में बदलना चाहता है।

दिलराज का जन्म 8 जनवरी 1996 को अजमेर के बड़लिया गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई अजमेर की ओसवाल हायर सेकेंडरी स्कूल से पूरी की। दिलराज ने कभी कोई बड़ी शैक्षणिक डिग्री हासिल नहीं की, बल्कि 12वीं कक्षा में उन्हें पहली बार में पास होने के लिए कंपार्टमेंट परीक्षा देनी पड़ी। फिर भी, उनकी जिज्ञासा और सीखने की ललक ने उन्हें एक वैज्ञानिक की तरह सोचने वाला बना दिया। उनका स्टूडियो कैसी वैज्ञानिक  की मैकेनिकल,फिजिक्स और केमिकल इंजीनियरिंग की लेबोरेटरी जैसा लगता है और वह खुद किसी आईआईटी टॉपर की तरह उसमें रिसर्च करते नजर आते हैं।

पढ़ाई के बाद, उन्होंने खेती और कैटरिंग जैसे छोटे-मोटे काम किए। लेकिन उनकी जिंदगी तब बदली जब 2012 में उन्होंने यूट्यूब पर अपने मोबाइल से जुड़े कुछ तकनीकी मसलों को सुलझाने के लिए वीडियो बनाना शुरू किया। उनका पहला वीडियो “How to open a lock without a key” था, जिसने उनके चैनल की नींव रखी। यही छोटा सा कदम उनकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट बन गयागे।

दिलराज के यूट्यूब चैनल इंडियन हैकर ने अपनी अनोखी सामग्री के दम पर लाखों लोगों का दिल जीता। उनके वीडियो में आपको विज्ञान, तकनीक, और एडवेंचर का अनोखा मिश्रण देखने को मिलता है। कभी वह पानी से चलने वाली कार बनाते हैं, तो कभी अंधेरे तालाब में अपनी बनाई नाव पर रात बिताते हैं, भुट्टे सेंकते हुए। उनके कुछ वीडियो में वह दो कारों को काटकर ऐसी कार बनाते हैं जिसमें दोनों तरफ स्टीयरिंग व्हील होता है, तो कभी लिमोजीन जैसी लंबी और आकर्षक कार बनाकर सबको हैरान कर देते हैं। उनकी 21 से अधिक कारों का काफिला और रोमांचक प्रयोग उनके वीडियो को और भी मजेदार बनाते हैं।

आज उनके चैनल पर 1300 से अधिक वीडियो हैं, और उनके कंटेंट की विविधता उनकी रचनात्मकता का सबूत है। एक बार तो दिलराज ने अपने जुनून को इस कदर जिया कि उन्होंने ढाई महीने तक खुद को अपने ओपन स्टूडियो में बंद कर लिया, एक हलवाई को खाना बनाने के लिए रखा, और रोजाना तीन वीडियो बनाए। यह उनका समर्पण और मेहनत ही है कि आज उनके चैनल पर 6.5 करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं। इसके अलावा, उन्होंने दो अन्य चैनल “Dilraj Singh” और “MR Titanium” भी शुरू किए, जो क्रमशः 2017 और 2020 में बनाए गए।


दिलराज की कहानी सिर्फ उनकी अपनी सफलता तक सीमित नहीं है। उन्होंने अपने गांव बड़लिया और आसपास के लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा किए। उनके स्टूडियो में 40 लोगों की टीम काम करती है, जिसमें से ज्यादातर लोग उनके गांव या आसपास के हैं। उनकी प्रेरणा से बड़लिया गांव के 400-500 लोग यूट्यूब पर कंटेंट बनाकर अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। दिलराज ने न केवल अपने सपनों को उड़ान दी, बल्कि अपने समुदाय को भी आत्मनिर्भर बनने का रास्ता दिखाया।

दिलराज की सबसे खास बात है उनका सादगी भरा अंदाज। जब मैं उनके स्टूडियो में उनसे मिला, तो उन्होंने पैर छूकर मेरा अभिवादन किया। पूरी बातचीत में वह एक साधारण गांव के लड़के की तरह ही नजर आए। उन्होंने बताया, “मैं पूरी दुनिया घूमकर जब अपने गांव और घर लौटता हूं, तो ही मुझे सुकून मिलता है।” यह उनकी विनम्रता और अपनी जड़ों से जुड़ाव को दर्शाता है।


जब दिलराज थाईलैंड गए, तो उन्होंने वहां के शहरों की चकाचौंध को छोड़कर गांवों में 1000 किलोमीटर की यात्रा की और वहां के जनजीवन को करीब से देखा। उनका यह नजरिया उन्हें औरों से अलग बनाता है। वह चीजों को सिर्फ सतही तौर पर नहीं देखते, बल्कि उनके पीछे की गहराई को समझने की कोशिश करते हैं।
दिलराज की आर्थिक सफलता भी उनकी मेहनत का परिणाम है। उनकी नेट वर्थ करोड़ों में है, जो यूट्यूब विज्ञापनों, ब्रांड एंडोर्समेंट, स्पॉन्सरशिप, और मर्चेंडाइज बिक्री से आती है। उनकी आय का मुख्य स्रोत गूगल एडसेंस, एफिलिएट मार्केटिंग, और ब्रांड प्रमोशन हैं। मुझे उनसे उनकी मासिक आय पूछने में संकोच हो रहा था लेकिन बैंकर के रूप में मैं कह सकता हूं कि उनकी वास्तविक आय किसी को बताई जाए तो वह इस पर विश्वास नहीं करेगा। 

दिलराज ने 2019 में शादी की, लेकिन उन्होंने अपनी पत्नी की पहचान को निजी रखने का फैसला किया है। वह सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं, जहां उनके इंस्टाग्राम हैंडल @dilraj_singh_rawat पर लाखों फॉलोअर्स हैं। वह नियमित रूप से अपने जीवन और प्रोजेक्ट्स की झलकियां साझा करते हैं, जो उनके प्रशंसकों को और करीब लाती हैं।

दिलराज ने अपने यूट्यूब चैनल के जरिए न केवल मनोरंजन किया, बल्कि विज्ञान और तकनीक के प्रति लोगों में जिज्ञासा भी जगाई। उनके वीडियो में जटिल वैज्ञानिक अवधारणाओं को सरल तरीके से समझाने की कला ने उन्हें लाखों लोगों का चहेता बना दिया। एक समय में जब यूट्यूब भारत में नया-नया था, दिलराज ने 2012 में अपने चैनल की शुरुआत की और आज वह भारत के सबसे बड़े यूट्यूबर्स में से एक हैं, जिन्होंने भुवन बाम और आशीष चंचलानी जैसे नामों को भी पीछे छोड़ दिया।

उनके वीडियो न केवल मनोरंजक हैं, बल्कि शैक्षिक भी हैं। वह अपने दर्शकों को DIY प्रोजेक्ट्स, साइंस एक्सपेरिमेंट्स, और सर्वाइवल स्किल्स सिखाते हैं। उनके चैनल की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनके एक मिलियन सब्सक्राइबर्स पूरे होने पर उन्होंने अपने एक फैन को R15 बाइक गिफ्ट की थी।

दिलराज का चीजों को देखने का नजरिया हमेशा से अनोखा रहा है। वह केवल वायरल कंटेंट बनाने में विश्वास नहीं करते, बल्कि अपने दर्शकों को कुछ नया और उपयोगी दिखाने की कोशिश करते हैं। उदाहरण के लिए, उनके एक वीडियो में उन्होंने पानी से चलने वाली एक मिनी कार बनाई,  जिसे करोड़ों लोगों ने देखा।
दिलराज सिंह रावत की कहानी हमें सिखाती है कि सफलता के लिए बड़े डिग्री या संसाधनों की जरूरत नहीं होती। जरूरत होती है जुनून, मेहनत और अपने सपनों पर भरोसे की। उनके यूट्यूब चैनल से वह करोड़ों रुपये कमा रहे हैं, लेकिन उनका असली धन है उनका समुदाय और उनकी सादगी। वह न केवल एक यूट्यूबर हैं, बल्कि एक प्रेरणा हैं जो यह साबित करते हैं कि अगर दिल में जुनून हो, तो आसमान भी छुआ जा सकता है, और पैर जमीन पर रखकर भी दुनिया जीती जा सकती है।

इंडियन हैकर उर्फ दिलराज सिंह रावत की कहानी एक मिसाल है कि कैसे एक साधारण गांव का लड़का अपनी मेहनत और रचनात्मकता के दम पर दुनिया में अपनी पहचान बना सकता है। उनके ओपन यूट्यूब स्टूडियो से निकलने वाले वीडियो न केवल मनोरंजन करते हैं, बल्कि विज्ञान और रोमांच के प्रति लोगों की जिज्ञासा को भी जगाते हैं। उनकी कहानी हमें  बताती है कि एक आम आदमी भी जीतने की जिद और सफलता के जुनून से जीवन में सब कुछ हासिल कर सकता है जब आप इंडियन हैकर के वीडियो देखेंगे तो उनके एनर्जी लेवल को देखकर अचंभित हो जाएंगे।

दिलराज सिंह रावत की कहानी सिर्फ स्कूल कॉलेज के अध्यापकों के लिए ही नहीं, वरन आईआईटी और आईआईएम के विद्यार्थियों और प्रोफेसर्स के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि किताबों में छपी बाबा आदम के जमाने से चली आ रही बातों को पढ़ने पढ़ाने के साथ  नई और इन्नोवेटिव थिंकिंग के माध्यम से कैसे सफलता अर्जित की जा सकती है! 

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