प्रशासनिक व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने के लिए कल देर रात सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 14 अधिकारियों के तबादले कर दिए जिसमें संत कबीर नगर की वर्तमान जिलाधिकारी दिव्या मित्तल का भी नाम शामिल है और उन्हें संत कबीर नगर से हटा कर मिर्जापुर भेज दिया गया है और संत कबीर नगर में नये जिलाधिकारी के रूप में अपने कार्यों के बल पर राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित हो चुके 2014 IAS बैच के अधिकारी प्रेम रंजन सिंह को भेजा गया है।
प्रेम रंजन सिंह जनता के साथ मधुर व्यवहार के साथ जनहित से जुड़ी शिकायतों के त्वरित निस्तारण के लिए जाने जातें हैं।
मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद के रहने वाले प्रेम रंजन सिंह ने एमएनआइटी इलाहाबाद से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। 2014 बैच के आइएएस अधिकारी प्रेम रंजन इससे पहले अलीगढ़ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पद पर कार्यरत थे। उनके पास अलीगढ़ नगर निगम के नगर आयुक्त की भी जिम्मेदारी थी। लंबे समय बाद जीडीए को ऐसा उपाध्यक्ष मिला है, जिसके पास पहले से ही प्राधिकरण में काम करने का अनुभव है।
अलीगढ़ को कचरा मुक्त करने के लिए ही प्रेम रंजन सिंह को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।
गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए वो चर्चाओं में बने रहे कुछ ऐसी फाइलों का निपटारा उन्होंने सिर्फ दस दिनों में कर दिया था जो 13-20 साल से लम्बित पङी थी।
प्रेम रंजन सिंह अपने कामों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं लेकिन संत कबीर नगर जनपद की कमान संभालने के बाद उनके सामने जिले की कानून व्यवस्था से लेकर अन्य प्रशासनिक कार्यों में सुधार करने की चुनौती है जिसे पार करना मुश्किल जरूर है लेकिन नामुमकिन नहीं।
रिपोर्ट: मोहम्मद नसीम
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