भगौसा गांव निवासी पीड़ित पति अभिमन्यु ने बताया कि सोमवार की सुबह उसकी 35 वर्षीय पत्नी संगीता घर में लगे हैंडपंप से पानी भरने गई थी। उसी दौरान हैंड पंप में लगे टिल्लू पंप में उतरे करंट की चपेट में पत्नी आ गई। घटना देख कर दस वर्षीय बेटा अमन मां की बचाव में पहुंच गया और बेटा भी करंट की चपेट में आ गया।
परिवार के लोग जब तक मौके पर पहुंचे, तब तक मां-बेटे की मौत हो चुकी थी। सूचना पर चाय की दुकान पर मौजूद अभिमन्यु भी पहुंच गए। पत्नी और बेटे का शव देखकर फफक पड़े। बाद में आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। ग्रामीणों ने बताया कि अभिमन्यु खेती के साथ चाय की दुकान चलाकर परिवार का खर्च चलाते हैं। परिवार में पत्नी संगीता, दस वर्षीय बेटा अमन और 13 वर्षीय बेटी नेहा खुशी-खुशी रहते थे।
करंट की चपेट में आने से पत्नी और बेटे की मौत से अभिमन्यु पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मां और भाई के शव को निहार कर नेहा बिलख रही थी। बूढ़ें बाबा भी पतोहू और पौत्र की मौत से गमगीन थे। घटना की सूचना पर पूर्व मंत्री लक्ष्मी कांत उर्फ पप्पू निषाद भी पीड़ित के घर पहुंच गए और सांत्वना दी। पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दिए जाने का भरोसा जताया।
बाद में सूचना सीओ पर मेंहदावल अंबरीष भदौरिया और एसओ संतोष कुमार मिश्रा भी पहुंच गए। एसओ ने बताया कि पीड़ित परिजन शवों का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे। उनकी मांग पर पंचनामा के बाद शवों को सौंप दिया गया।
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