कौशांबी जनपद में व्यापारी और समाजसेवी फरीद खान रहते हैं। फरीद के मुताबिक वर्ष 2012 में उन्होंने सिराथू विधानसभा से चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था। उनका आरोप है कि कुछ दिन पहले बसपा के सिराथू विधान सभा अध्यक्ष नन्हें पासी ने उनके रिश्तेदार शोएब को कॉल किया। फरीद के मुताबिक बताया कि उनसे कहा कि पार्टी कार्यालय से कॉल आई है। पार्टी उनको इस बार टिकट देना चाहती है।
फरीद खान को एक व्यक्ति का नंबर दिया और कॉल करने के लिए कहा गया। 21 नवंबर को पीड़ित फरीद ने कॉल किया। कॉल रिसीव करने वाले ने टिकट के बदले में 70 लाख रुपये की मांग की। इस पर फरीद ने इतना देने से मना कर दिया। बातचीत के दौरान टिकट का सौदा 30 लाख रुपये में तय हुआ। आरोप है कि 24 नवंबर को वह अपने रिश्तेदार के साथ रुपये लेकर लखनऊ पहुंचे। उनको बसपा प्रमुख के आवास पर बुलाया गया। जहां पहुंचे तो उन्होंने भास्कर को कॉल किया। टिकट के संबंध में फरीद की लगातार भास्कर से बातचीत हो रही थी।
आशियाना स्थित मंडल कार्यालय में लिया गया रुपया
पीड़ित कारोबारी का आरोप है कि बातचीत के बाद उसे आशियाना के पुराने किला स्थित मंडल कार्यालय भेजा गया। जहां पहुंचने के बाद उनसे भारती नाम के कार्यकर्ता ने 30 लाख रुपये ले लिये। इसके बदले में पार्टी के लेटर पैड पर नकदी हासिल करने का पत्र भी सुपुर्द किया गया। रुपये देने के बाद पीड़ित वापस पार्टी कार्यालय पहुंचे और एक नेता से मुलाकात कर सारी बात बताई। इसके बाद छानबीन की गई तो पता चला कि पीड़ित के साथ ठगी की गई है। इस पर बसपा केविधानसभा अध्यक्ष नन्हें पासी से रुपये वापस करने को कहा। तो नन्हें ने उनसे एक सप्ताह का समय मांगा था। लेकिन इसके बाद भी रुपये नहीं दिये गये। फरीद ने इस संबंध में शुक्रवार को आशियाना थाने में तहरीर दी।
वहीं पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर से मिलकर शिकायत की। जिस पर पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने जांच का आदेश दिया। शुरूआती पड़ताल में मामला सही पाया गया। प्रभारी निरीक्षक आशियाना धीरज कुमार शुक्ला के मुताबिक पीड़ित कारोबारी नेता की तहरीर पर सिराथू विधानसभा अध्यक्ष नन्हें पासी, भास्कर और सुरेंद्र के खिलाफ ठगी का मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जाएगी।
ब्योरो रिपोर्ट: UP Times News
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