खाता खोलते समय नहीं लिया गया था छात्र-छात्रों के हस्ताक्षर
आपको बता दें कि अल्पसंख्यक विभाग की मिली भगत से मदरसा सोसायटी द्वारा छात्र-छात्राओं का फर्जी खाता खोलकर छात्रवृत्ति योजना के तहत खातों से पैसा निकालकर व्यक्तिगत खातों में जमा कराकर करोड़ों रुपये के सरकारी धन का गबन किया गया है। बता दें कि 'हमारी बेटी उसका कल योजना' के तहत फर्जी दस्तावेजों के जरिये छात्रवृत्ति घोटाले की शिकायत की गई थीं। जिसमें लखनऊ की विजिलेंस की खुली जांच में सामने आया कि वर्ष 2014 से 2017 तक संतकबीर नगर के पूर्वांचल ग्रामीण बैंक में मदरसा बेगम वारिस अली एजूकेशन वेलफेयर सोसाइटी और मदरसा इस्लामियां के छात्र-छात्राओं के फर्जी खाते खोलकर छात्रवृत्ति हासिल की गई और फिर उस रकम को दूसरे खाते में ट्रांसफर कराया गया। खाता खोलते समय फार्म पर छात्र-छात्राओं के हस्ताक्षर व फोटो को बैंक अधिकारियों द्वारा प्रमाणित नहीं किया गया था। मात्र प्रबंधक व प्रधानाचार्य द्वारा जारी प्रमाणपत्र के आधार पर खाते खोले गये थे।
2 लाख से अधिका रुपयों का घोटाला
इस तरह छात्रवृत्ति योजना में 2 करोड़ 84 लाख से अधिक रुपयों का घोटाला किया गया है। आपको बता दें कि यह पैसा उन्हीं लाभ पा चुकी छात्राओं का दोबारा नामांकन कर करीब रुपये का घोटाला किया गया है। तत्कालीन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी व उनके कनिष्ठ सहायक समेत मुकदमे में अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कार्यालय के तत्कालीन कनिष्ठ सहायक मु. अनस के अलावा मदरसा बेगम वारिस अली एजूकेशनल वेलफेयर सोसाइटी के प्रबंधक मु. आमिर जफर, तत्कालीन प्रधानाचार्य सरफराज आलम, मदरसा इस्लामिया के प्रबंधक हफीजुर्रहमान के अलावा विनोद कुमार श्रीवास्तव, मु. ताबीस, खुर्शीद आलम, रामदीन, विजय कुमार सिंह, इश्तेखार अहमद, अनवार आलम, विनय कुमार, शहरबानो, सितारो बानो, फरीदा खातून, मनोज कुमार गुप्ता, अरविंद कुमार, नीरज व राजेश कुमार के खिलाफ नामजद केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।
रिपोर्ट: मोहम्मद नसीम
0 Comments