जिले में 2551 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं लेकिन इनमें से महज 421 आंगनबाड़ी केंद्रों को ही अपना भवन मिल सका इै। इसके अलावा 1997 केंद्र नजदीकी प्राथमिक विद्यालय के कक्षों व परिसर में संचालित हो रहे हैं। इसी तरह 104 आंगनबाड़ी केंद्र पंचायत/सामुदायिक भवन के सहारे हैं।
29 आंगनबाड़ी केंद्र ऐसे भी हैं जिन्हें किराए के कमरे में संचालित किया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्रों के पास अपना भवन न होने के चलते कई बार योजनाओं के सुचारु क्रियान्वयन में कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को मुश्किल होती है। विभाग की सख्ती के बीच उन्हें किसी तरह अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होता है। सबसे ज्यादा मुश्किल तो बच्चों को पढ़ाने में होती है। कार्यकर्ता इसे लेकर समय-समय पर आवाज भी उठाती रहती हैं लेकिन इसके बावजूद ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
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