शाही इमाम मौलाना उस्मान लुधियानवी ने बताया कि जामा मस्जिद की तरफ से अरबी भाषा में सऊदी के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान को अपील कर बलविंदर सिंह काे माफी की मांग की है। शाही इमाम ने कहा कि पवित्र कुरान शरीफ में एक बेगुनाह इंसान के कातिल को पूरी इंसानियत का कत्ल बताया गया है और कुरान शरीफ में ब्लड मनी (कसास) लेकर कातिल को रिहा करने की बात के साथ-साथ यह भी हुक्म दिया गया है कि अगर पीड़ित के घर वाले कातिल को माफ कर दें तो यह सबसे नेकी का काम है।
शाही इमाम ने कहा कि हम सऊदी सरकार के साथ-साथ कत्ल होने वाले व्यक्ति के घर वालों से भी अपील करते हैं कि वह माफी का ऐलान करके करें। शाही इमाम ने कहा कि लुधियाना जामा मस्जिद में कल शाम ही पता चला कि सिर्फ पांच दिन बाकी है, अगर ब्लड मनी ना दी गई तो सजा पर अमल हो सकता है। शाही इमाम ने कहा कि बलविंदर सिंह की सजा-ए-मौत का हुक्म ना सिर्फ रद किया जाए बल्कि उनको रिहा कर भारत भेज देना चाहिए।
2013 में लड़ाई के दौरान सऊदी अरब के युवक की हुई थी मौत
बलविंदर काम की तलाश में वर्ष 2008 में सऊदी अरब गया था। वहां वह एक कंपनी में काम करने लगा था। परंतु 2013 में उसकी व उसके एक अन्य पंजाबी साथी की सऊदी अरब के युवक से लड़ाई हो गई। जिसमें जख्मी हुए युवक की चार दिन बाद इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस पर अदालत ने बलविंदर को सजा सुनाई थी।
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