2014 में नरेन्द्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से देश के मीडिया का स्तर लगातार गिरा है जिसके बाद मीडिया का सोशल मीडिया ने ले लिया और यूट्यूब चैनलों के माध्यम से लोग सरकार के गलत नीतियों का विरोध करने लगे लेकिन समय समय पर ऐसे चैनलों व संस्थाओं पर सरकार की कार्यवाही भी चर्चा का विषय बनती रही है।
ताजा़ मामला यूट्यूब चैनल द लाइव टीवी से जुङा है करीब सात मिलियन सब्सक्राइबर वाला चैनल अचानक से यूट्यूब द्वारा सस्पेंड कर दिया गया।
द लाइव टीवी के ट्विटर अकाउंट द्वारा ट्वीट किया गया जिसमें लिखा गया कि 6.68 मिलियन सब्सक्राइबर वाला चैनल परमानेंटली यूट्यूब द्वारा टर्मिनेट कर दिया गया जबकि द लाइव टीवी पर कोई भी कम्युनिटी स्ट्राइक नहीं थी इसके बावजूद ऐसा किया गया।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि द लाईव टीवी अपनी निष्पक्ष खबरों के लिए जाना जाता था और सरकार से मुखर हो कर सवाल करता था जिसकी वजह से चैनल को रिपोर्ट करके उसे डिलीट करवा दिया गया फिलहाल लाइव टीवी ने अपने समर्थकों व शुभचिंतकों से #RestoreTheLiveTV नाम से पोस्ट करने की अपील की है।
रिपोर्ट: मोहम्मद नसीम
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