अकबरपुर नगर के मुरादाबाद रेलवे स्टेशन क्षेत्र निवासी बरकत अली का नाम कुछ वर्षों में समाजसेवा के क्षेत्र में तेजी से उभरा है। उनके द्वारा ऐसे शव के अंतिम संस्कार का वीणा वर्ष 2014 से उठाया जा रहा है जो लावारिस होते हैं। इनमें मार्ग हादसे के अलावा ट्रेन व बस से यात्रा करने वाले यात्रियों, मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों तथा कई बार हत्या का शिकार व्यक्ति का शव शामिल होता है।
कोरोना संक्रमण के दौरान जब परिवार के सदस्य तक अंतिम संस्कार करने को तैयार नहीं हो रहे थे, तब ऐसे में बरकत अली व उनकी टीम के सदस्यों ने आगे बढ़कर ऐसे शवों का अंतिम संस्कार किया। कोरोना पीड़ित मरीजों की मौत के बाद अंतिम संस्कार करने के लिए बाकायदा पीपीई किट पहनकर बरकत व अन्य सदस्य जिम्मेदारी उठाते रहे। बीते आठ वर्ष से लगातार वे इस मुहिम में जुटे हैं।
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