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Patna University Election: तेजस्वी यादव की प्लानिंग को ओवैसी लगाएंगे पलीता, AIMIM भी लङेगी चुनाव

पटना : बिहार में सियासत की नर्सरी कहे जाने वाले पटना यूनिवर्सिटी में चुनावी माहौल पूरी तरह गरम है। सभी सियासी पार्टियों के छात्र विंग पूरी तरह सक्रिय हो गये हैं। लक्ष्य है। सीधे पटना विवि के अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा करने की। इसी बीच सियासी दांव-पेच में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) भी कूद पड़ी है।


शबा कुतुब प्रत्याशी
हाल में हुए गोपालगंज उपचुनाव में ओवैसी के प्रत्याशी अब्दुल सलाम को 11 हजार वोट मिले थे। कहा जा रहा है कि ये 11 हजार वोट पूरी तरह से राजद उम्मीदवार मोहन प्रसाद गुप्ता के थे। ओवैसी के प्रत्याशी ने ये वोट काट दिया और महागठबंधन चुनाव हार गया। कुछ ऐसी ही स्थिति पटना विवि के छात्रसंघ चुनाव में बन रही है। अब ओवैसी की पार्टी पटना विवि के चुनाव में तेजस्वी यादव की प्लानिंग में पलीता लगाने जा रही है। ओवैसी के समर्थित उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जो पूरी तरह तेजस्वी यादव के उम्मीदवार का वोट काटेंगे।

19 नवम्बर को होगा चुनाव

आपको बता दें कि पटना यूनिवर्सिटी का छात्रसंघ चुनाव 19 नवंबर को होना है। गुरुवार को नामांकन की अंतिम तिथि थी। ठीक अंतिम दिन ओवैसी की पार्टी ने नयी चालबाजी की और चुपचाप अपना उम्मीदवार मैदान में उतार दिया।असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने शबा कुतुब को उपाध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया है। आपको बता दें कि विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों की तर्ज पर पटना विवि में भी राजद के लिए एमवाई समीकरण मायने रखता है। यदि इस समीकरण में कोई सेंध लगाता है, तो इसका घाटा सीधे तौर पर राजद उम्मीदवार को होगा।

ओवैसी बिगाड़ेंगे खेल
पटना यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अलावा, एनएसयूआई, छात्र जेडीयू और छात्र राजद के नेता मैदान में हैं। छात्र राजद के वोटरों में सबसे ज्यादा अति पिछड़ा और मुस्लिम के अलावा यादव छात्र वोटर शामिल हैं। अब, जब ओवैसी की पार्टी की ओर से शबा कुतुब चुनाव लड़ रही हैं, तो वे राजद प्रत्याशी को नुकसान पहुंचाएंगी। आपको पता ही होगा कि बीते रविवार को हुए बिहार विधानसभा की दो सीटों पर उपचुनाव के परिणाम घोषित किये गए थे। जिसमें एक सीट पर राजद और दूसरे पर बीजेपी ने कब्जा जमाया था। कहा जा रहा है कि गोपालगंज की सीट महागठबंधन के हाथ से ओवैसी की वजह से चली गयी।


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