सेमरियावां। संतकबीरनगर : पूरे क्षेत्र में माह अक्टूबर में शादी विवाह का बड़ा जोर है।गांव गांव में बड़े धूम धाम से शादी कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है।सड़कों पर बारातियों की गाड़ियों के लंबे काफिले दिखाई देते हैं।शादी विवाह के भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
दूसरी तरफ ऐसे ही शादी विवाह में सकारात्मक सोच के लोग भी होते हैं।जो गरीब अनाथ के बेटी की शादी का पूरा खर्च वहन कर बहन बेटी की तरह खुशी खुशी पिया के घर विदा करते हैं।
जनपद संतकबीरनगर के सेमरियावां गांव में एक ऐसी शादी कर अच्छी नजीर पेश की है।
जनाब अब्दुल हादी लेखपाल साहब ने आज से बीस साल पहले एक यतीम लड़की को अपने घर परवरिश के लिए लिए।उसको अपने बच्चियों की तरह तरबियत दी ।वह लड़की पिछड़ी बिरादरी से थी ।लेकिन कभी महसूस नहीं हुआ कि उनकी बेटी नहीं है।उसने भी घर परिवार सदस्य बनकर भरपूर खिदमत की।अनाथ बालिका के वयस्क होने पर शादी तय की गई।मंगलवार के दिन शादी कार्यक्रम आयोजि कर विदा किया गया।
शिक्षक पति पत्नी और शिक्षिका बहनों ने मिलकर परंपरानुसार शादी के कार्य को अंजाम दिया।अनाथ बिटिया को जेवर सहित अन्य जरूरत के सभी आवश्यक सामान दिल खोलकर कर दिए। वर पक्ष के साथ आई बारात का खूब सेवा सत्कार किया गया।
नाम आंखों से शिक्षक पति पत्नी एवं शिक्षिका बहनों एवं परिवार के सदस्यों ने दुल्हन को उसके पिया के घर खुशी खुशी विदा किया।जिसकी सर्वत्र प्रशंसा हो रही है।
रिपोर्ट- अतहरुल बारी
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