विश्व दिव्यांग दिवस पर विशेष
संतकबीरनगर। नाथनगर ब्लाक के सुकरौली गाँव के निवासी 42 वर्षीय प्रमोदकुमार दुबे कमर से पूरी तरह दिव्यांग है। फिर भी इनके हौसले बुलंद है। इन्होंनें दिव्यागी को समाज की मुख्यधारा से जुड़ने एवं दिव्यांग हितो के लिए जिला, मंडल के अलावा प्रदेश तक संर्घष किया।
शतप्रतिशत दिव्यांगता होने के बावजूद भी पूरे जनपद में शासन की योजनाओ प्रचार प्रसार करते हैं, ये हमेशा दिव्यांगों के हित एव सम्मान के बारे में सोचते रहते है। इन्होंने दिव्यांगजन लोगों को आत्मनिर्भर एवं सर्वोपरि विकास हेतु दिव्यांगों की एक कमेटी बनाई है, "दिव्यांग गरीबसहायतासेवा समिति " ताकि उनके हित में अधिकारों की रक्षा हो सके। इनके कामों से प्रभावित होकर तत्कालीन जिलाधिकारी रवी गुप्ता जी ने इन्हें जिलादिव्यांग समिति के सदस्य के रूप में नामित किया, चुनाव के समय ब्रांड अम्बेस्डर नियुक्त किया था। प्रमोद कुमार दूबे का उद्देश्य है जनपद का कोई भी दियांग गरीब, विधवा शासन की योजना से वंचित न रहें। प्रमोद कुमार दूबे पूरे देश के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।
दिव्यांग जनों की सेवा व अधिकारों के लिए निरंतर प्रयासरत हैं सामाजिक कार्यकर्ता-मौलाना उबैदुर्रहमान खान
विकास खंड सेमरियावां क्षेत्र के ग्राम पंचायत दुधारा निवासी समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले युवा सामाजिक कार्यकर्ता व दिव्यांग मौलाना उबैदुर्रहमान खान दिव्यांग जनों के अधिकार,सहयोग के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। उनके प्रयासों से अब तक अनेक दिव्यांग व्यक्तियों को सरकारी योजनाओं, सहायक उपकरणों, पेंशन सुविधा, ट्रायसाइकिल, व्हीलचेयर,दिव्यांग सर्टिफिकेट/यूडीआईडी रेलवे पास से जुड़ी सहायता का लाभ दिलवा चुके है।
उबैदुर्रहमान का कहना है कि समाज के सबसे अधिक जरूरतमंद और उपेक्षित वर्गों में दिव्यांगजन आते हैं।ऐसे लोगों को मदद की नहीं, बल्कि बराबरी के अधिकार और अवसर की आवश्यकता है।इसी सोच के साथ वे निरंतर दिव्यांग व्यक्तियों सेवा में लगे रहते हैं और सरकारी योजनाओं से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कई बार जानकारी के अभाव में लाभार्थी योजनाओं से वंचित रह जाते हैं। इसलिए वे ब्लॉक और जिला स्तर पर अधिकारियों से संपर्क कर सहायता सुनिश्चित कराने में मदद करते हैं।
Report: Atharul Bari
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