हौसले बुलंद हो और कुछ नायाब कर गुजरने का जज्बा कायम हो तो रुकावटें चाहे जितनी आए मंजिल तक पहुंचने से कोई रोक नहीं सकता।
जी हां इस कहावत को सच साबित किया है डाइरेक्टर शादाब सिद्दीकी ने।
उत्तर प्रदेश के पिछङे ज़िलों में शुमार संत कबीर नगर के कुङवा गांव का ये शख्स हमेशा से कुछ अलग करने के लिये उत्सुक रहता था ।
घर में फिल्मी माहौल ना होने के बावजूद शादाब सिद्दीकी ने फिल्मी जगत में अपना करियर बनाने साहसिक निर्णय लिया।
अपने गांव से करीब 2000 किमी दूर जब शादाब सिद्दीकी मायानगरी मुम्बई पहुंचे तो यहां उनके साथ सिर्फ उनके हौसले थे और आंखों में कुछ कर गुज़रने का सपना।
शादाब सिद्दीकी ने अपनी मंज़िल पर पहुंचने से पहले मुम्बई में जीविका चलाने के लिये कई काम किया हालांकि फिल्मी जगत की तरफ उनका आकर्षण न उनके घर वालों को मंज़ूर था ना ही गांव वाले इस फैसले के समर्थन में थे लिकन शादाब सिद्दीकी ने किसी की परवाह किये बगैर अपनी मंज़िल की तरफ बढ़ते रहे।
शादाब ने अपनी रचनात्मकता को मूर्त रूप देने के लिए जरिया तलाशना आरंभ किया और थोड़े ही समय में वह अपनी मंजिल की राह पर बढ़ता दिखा।
महज पच्चीस वर्ष की आयु में इसने अपनी एक अलग पहचान बना ली।
साल 2016 में "लव इन स्लम" में एक लघु फिल्म बनाकर एक निर्देशक के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले शादाब सिद्दीकी की चर्चा 2017 में हुई, जब उसने दूसरी शॉर्ट फिल्म बनाई "ह्वेयर इज नजीब"।
यह फिल्म जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में बायोटेक्नोलॉजी के छात्र नजीब के छात्रावास से अचानक गायब हो जाने की घटना पर थी।
लेकिन, रूमानी मिजाज के कई म्यूजिक वीडियो बना चुके शादाब मियां का मन इस तरह के एल्बम करने को मचलता रहा। बस, गहना वशिष्ठ और सलमान बट्ट को लेकर उड़ चले कश्मीर। खूबसूरत, बेनजीर वादियों में बड़े प्यार से फिल्माया "राह का तेरी मुसाफिर हूं..." रेडवुड प्रोडक्शन के बैनर तले बने इस म्यूजिक को जी म्यूजिक ने रिलीज किया। कहने की जरूरत नहीं, इस एल्बम ने शादाब को कल के उदीयमान निर्देशकों की सूची शामिल कर दिया है।
शादाब सिद्दीकी का हाल ही में रिलीज़ हुआ गीत खुदा के बाद जो इंडियन आइडल विजेता सलमान अली ने गाया था यूट्यूब पर धूम मचा रहा है और इसके खूबसूरत बोल ब शादाब सिद्दीकी का कमाल का डाएरेक्शन इस गाने को बेहद खूबसूरत बनाता है इसके अलावा तुम बिन, मोहब्बत बर्बाद जैसे गानों का डाइरेक्शन कर शादाब सिद्दीकी ने अपनी रचनात्मकता का लोहा मनवाया ।
नये प्रोजेक्ट की अगर हम बात करें तो शादाब सिद्दीकी फिलहाल है सलाम तुझे इंडिया फिल्म को लेकर चर्चाओं में है जो इसी गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी को हंगामा प्ले पर रिलीज़ होने वाली है।
इस फिल्म में शादाब सिद्दीकी ने डाइरेक्शन के साथ साथ इसकी कहानी लिखने में भी अहम भूमिका निभाई है।
इस फिल्म के बारे में शादाब सिद्दीकी ने यूपी टाइम्स से बातचीत में बताया कि ये फिल्म बेहद खूबसूरत है इसकी कहानी जैसा कि नाम से ज़ाहिर होता है कि क्रांतिकारी पटकथा पर आधारित है और जब ये रिलीज होगी तो मुझे पूरी उम्मीद है कि दर्शकों को ज़रूर पसंद आयेगी।
शादाब सिद्दीकी के एक साहसिक निर्णय ने आज उन्हें एक अलग पहचान दे दी।
फिल्मी जगत में अपना लोहा मनवा चुके शादाब सिद्दीकी के फैसले का सम्मान आज उनका परिवार और पूरा गांव करता है।
शादाब सिद्दीकी ने इस शेर को बेहद सकारात्मक नज़रिये से सच साबित किया है-
मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, परों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है ।
एक छोटे से गांव के लङके से मुम्बई नगरी के डाइरेक्टर तक का सफर शादाब ने प्रेरणादायक अंदाज़ में तय किया है।
उम्मीद करता हूं आपको हमारी ये वीडियो ज़रूर पसंद आई होगी।
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रिपोर्ट: मोहम्मद नसीम (सम्पादक UP Times News)
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