वन विभाग की टीम सारस को ले गई
दरअसल अमेठी में आरिफ का दोस्त सारस उनसे जुदा हो गया है। वन विभाग की टीम ने सारस पक्षी को समसपुर पक्षी विहार में शिफ्ट कर दिया है। दोनों एक साल से साथ रह रहे थे। दोनों की दोस्ती ने प्रदेश में सुर्खियों बटोरी थीं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी उनकी इस दोस्ती की तारीफ की थी। सारस के दूर जाने से आरिफ बहुत दुखी हैं। मंगलवार को वन विभाग की टीम सारस को उठा ले गई ।
बेहद नाराज है आरिफ
जिसके बाद से ही आरिफ बेहद नाराज है।समसपुर पक्षी विहार रायबरेली की टीम की मौजूदगी में सारस को ले जाकर प्राकृतिक वास स्थल में छोड़ दिया गया।
आरिफ और उसका दोस्त सारस एक साल से साथ रह रहे थे इन दोनों की दोस्ती की सोशल मीडिया पर खुब चर्चा भी होती रहती है। इनकी दोस्ती को देखकर
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी उनसे मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंनो इनकी दोस्ती की सराहना भी की थी।
एक साल से परिवार के साथ रहता था सारस
लेकिन अब वन विभाग की टीम सारस ले जा चुकी है। उसके जाने के बाद आरिफ का परिवार भी बेहद दुखी है।अरमान बताते हैं कि सारस के जाने के बाद हमें काफी दुख है। हमें इतना दुख है कि हम उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं। सारस से हमारा दिल से लगाव था। हम सब के बीच वो परिवार के सदस्य की तरह रहता था। हमारी यही मांग है कि सारस को भले ही ले जाया गया है। लेकिन उसे जैसे यहां पर आजादी थी। उसी आजादी में वहां भी रखा जाए।
अखिलेश यादव ने किया विरोध
वहीं जब अखिलेश यादव को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने भी इसका विरोध किया और ट्वीट किया सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वन विभाग की टीम उप्र के राजकीय पक्षी सारस को तो स्वतंत्र करने के नाम पर उसकी सेवा करने वाले से दूर ले गयी। देखना ये है कि राष्ट्रीय पक्षी मोर को दाना खिलाने वालों से स्वतंत्र करने के लिए क्या कार्रवाई की जाती है।
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