
भारत और यूएई के संबंध पिछले कुछ सालों में काफी मजबूत हुए हैं। पाकिस्तान जब जम्मू-कश्मीर पर भारत द्वारा लिए गए फैसले के खिलाफ वैश्विक समुदाय को भड़काने की कोशिश में लगा हुआ था, उस वक्त भी यूएई भारत के साथ खड़ा दिखा। यूएई ने 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा हटाने के फैसले को भारत का आंतरिक मामला बताया था। दुनिया की सबसे ऊंची इस इमारत पर पहले भी कई बार तिरंगा देखने को मिला है। यूएई ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर भी बुर्ज खलीफा को तिरंगे के रंग में प्रदर्शित किया था। इसके अलावा 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर बुर्ज खलीफा पर उनके संदेशों और तस्वीरों की झलक दिखाई थी। इसके पहले पीएम मोदी के यूएई दौरे पर मार्च 2018 में भी दुनिया की इस ऊंची इमारत पर भारतीय तिरंगा दिखा था।
रूस-चीन ने भारत को सबसे पहले मदद का ऑफर दिया

भारत में कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए रूस ने मेडिकल ऑक्सीजन और रेमडेसिवीर की आपूर्ति करने की पेशकश की है। बताया जा रहा है कि अगले 15 दिनों में रूस से इसका आयात भी शुरू किया जा सकता है। कई शहरों में एंटी वायरल दवा रेमडेसिवीर की शॉर्टेज भी देखी जा रही है। मॉस्को ने कहा है कि वह प्रति सप्ताह 300,000-400,000 रेमेडिसविर इंजेक्शन की आपूर्ति कर सकता है, जिसे और भी बढ़ाया जा सकता है। जल्द ही जहाजों के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति भी शुरू कर दी जाएगी। लद्दाख में एलएसी पर सीमा विवाद के बीच चीन ने गुरुवार को भारत को आवश्यक समर्थन और सहायता उपलब्ध कराने की पेशकश की। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि कोविड-19 महामारी पूरी मानवता के लिए शत्रु है, जिससे निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय एकजुटता और पारस्परिक सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि चीन ने भारत में हाल ही में बिगड़े हालात और महामारी-रोधी चिकित्सा आपूर्ति की अस्थायी कमी का संज्ञान लिया है। महामारी को काबू करने के लिए चीन भारत को हरसंभव सहायता प्रदान करने को तैयार है।
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